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मुझे समझ नहीं आता…” पूर्व क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने श्रेयस अय्यर पर निकाली भड़ास! Red Ball Cricket पर बड़ा बयान


भारतीय क्रिकेट टीम के मिडिल-ऑर्डर बल्लेबाज़ श्रेयस अय्यर एक बार फिर सुर्खियों में हैं।
इस बार वजह उनका प्रदर्शन नहीं, बल्कि उन पर पूर्व क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर की तीखी टिप्पणी है।
वेंगसरकर ने हाल ही में कहा कि वह “समझ नहीं पा रहे हैं कि श्रेयस अय्यर आखिर रेड बॉल क्रिकेट से क्यों दूर भाग रहे हैं।”


🔹 वेंगसरकर का बयान – “अगर व्हाइट बॉल खेल सकते हो, तो रेड बॉल क्यों नहीं?”


वेंगसरकर ने Mid-Day से बातचीत में कहा —

> “सच कहूं तो यह मेरे लिए समझ से बाहर है। श्रेयस अय्यर कहते हैं कि वे रेड बॉल क्रिकेट के लिए फिट नहीं हैं,
लेकिन व्हाइट बॉल क्रिकेट के लिए फिट हैं।
मुझे रेड बॉल और व्हाइट बॉल क्रिकेट के बीच अंतर समझ नहीं आता।अगर आप व्हाइट बॉल क्रिकेट खेल सकते हैं, तो आप रेड बॉल क्रिकेट के लिए भी फिट हैं।”

उनका ये बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
फैंस कह रहे हैं कि यह बात “टीम इंडिया के पुराने मूल्यों” की याद दिलाती है,
जहां हर फॉर्मेट में खेलना एक गर्व की बात माना जाता था।


🔹 श्रेयस अय्यर की रेड बॉल क्रिकेट से दूरी पर सवाल


श्रेयस अय्यर ने हाल के महीनों में कई रेड बॉल (टेस्ट या फर्स्ट-क्लास) मैचों से नाम वापस लिया है।BCCI सूत्रों के मुताबिक, अय्यर ने कहा था कि वे अपनी फिटनेस के कारण रेड बॉल फॉर्मेट में नहीं खेल पाएंगे।हालांकि, उन्होंने उसके तुरंत बाद व्हाइट बॉल सीरीज़ में हिस्सा लिया,
जिससे फैंस और पूर्व खिलाड़ियों के बीच सवाल उठे।

🔹 फिटनेस बहाना या रणनीति?

वेंगसरकर का कहना है कि आजकल के खिलाड़ी
“फॉर्मेट चुनने लगे हैं”, जो भारतीय क्रिकेट के लिए ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा —

> “रेड बॉल क्रिकेट ही वह नींव है जो खिलाड़ी को मजबूत बनाती है।अगर कोई केवल व्हाइट बॉल पर ध्यान दे रहा है,
तो वह अपने करियर को खुद सीमित कर रहा है।”


🔹 BCCI के लिए भी चुनौती


BCCI अब ऐसी स्थिति में है जहां खिलाड़ियों की प्राथमिकता बदल रही है।
रेड बॉल क्रिकेट की अहमियत लगातार कम हो रही है,
और IPL और T20 लीग्स की लोकप्रियता के चलते कई खिलाड़ी
लंबे फॉर्मेट से दूरी बना रहे हैं।
श्रेयस अय्यर का मामला इसी दिशा में एक और उदाहरण माना जा रहा है।

🔹 फैंस की प्रतिक्रिया


फैंस का कहना है कि अय्यर जैसे प्रतिभाशाली बल्लेबाज को
हर फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहिए।
कई लोगों ने ट्विटर (X) पर लिखा —

> “अगर अय्यर रेड बॉल से डरेंगे, तो टेस्ट टीम में नए चेहरों को मौका मिलेगा।”
वहीं कुछ फैंस ने कहा कि “वेंगसरकर सही हैं, क्रिकेट फिटनेस फॉर्मेट से नहीं देखी जानी चाहिए।”


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